2 Line Gulzar Shayari | 2 लाइन गुलज़ार शायरी

दोस्तो, हमारी इस पोस्ट में हम विशेष रूप से 2 Line Gulzar Shayari पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो न केवल आपकी आत्मा को छूने वाली है बल्कि जीवन के कठिन क्षणों में हौसला भी प्रदान करेगी। गुलज़ार साहब की शायरी जीवन की जटिलताओं और संघर्षों को सुंदरता और संवेदनशीलता के साथ व्यक्त करती है। जब हम जीवन की चुनौतियों का सामना करते हैं, तो अक्सर हमें प्रेरणा और समर्थन की आवश्यकता होती है, और गुलज़ार की शायरी इसे सरल और प्रभावशाली तरीके से पहुंचाती है।

2 Line Shayari एक संक्षिप्त लेकिन अत्यंत प्रभावशाली माध्यम है, जो गहरी भावनाओं और विचारों को छोटे से स्वरूप में प्रस्तुत करती है। इसकी संक्षिप्तता और प्रभावशीलता पाठकों को तुरंत प्रभावित करती है, चाहे वह प्रेम, प्रेरणा, या आत्ममंथन की बातें हों। गुलज़ार साहब की यह शायरी मौन की ताकत और दिल की गहराई को उजागर करती है, यह दर्शाते हुए कि कभी-कभी सबसे महत्वपूर्ण भावनाएँ शब्दों के बिना भी व्यक्त की जा सकती हैं। इस प्रकार की शायरी जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावशाली तरीके से समझाने और व्यक्त करने का एक अनूठा तरीका है, जिससे पाठक एक संक्षिप्त वाक्य में भी गहराई और संवेग का अनुभव कर सकते हैं।

2 Line Gulzar Shayari in Hindi | 2 लाइन गुलज़ार शायरी हिंदी में

ज़िंदगी पर भी कोई ज़ोर नहीं

ज़िंदगी पर भी कोई ज़ोर नहीं
दिल ने हर चीज़ पराई दी है!!

 

आँखों के पोछने से लगा आग का पता

आँखों के पोछने से लगा आग का पता
यूँ चेहरा फेर लेने से छुपता नहीं धुआँ!!

 

दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है

दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में!!

 

तुम्हारे ख़्वाब से हर शब लिपट के सोते हैं

तुम्हारे ख़्वाब से हर शब लिपट के सोते हैं
सज़ाएँ भेज दो हम ने ख़ताएँ भेजी हैं!!

 

कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ

कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ
उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की!!

 

कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़

कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आँख में हम को भी इंतिज़ार दिखे!!

 

एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद

एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले को ‘ज़िंदगी’ कहते हैं !!

 

बहुत अंदर तक जला देती हैं,

बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती !!

 

अच्छी किताबें और अच्छे लोग

अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझमें नहीं आते उन्हें पढना पड़ता हैं!!

 

कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए

कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं !!

 

अपने साए से चौंक जाते हैं

अपने साए से चौंक जाते हैं
उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा…!

 

ज़िन्दगी ये तेरी खरोंचे है मुझ पर या

ज़िन्दगी ये तेरी खरोंचे है मुझ पर या
तू मुझे तराशने की कोशिश में है!!

 

लगता है ज़िन्दगी आज खफा है

लगता है ज़िन्दगी आज खफा है
चलिए छोड़िये, कोनसी पहली दफा है!!

 

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा!!

 

कोई ख़ामोश ज़ख़्म लगती है

कोई ख़ामोश ज़ख़्म लगती है
ज़िंदगी एक नज़्म लगती है!!

 

आइना देख कर तसल्ली हुई

आइना देख कर तसल्ली हुई
हम को इस घर में जानता है कोई!!

 

आग में क्या क्या जला है शब भर

आग में क्या क्या जला है शब भर
कितनी ख़ुश-रंग दिखाई दी है!!

 

अपने माज़ी की जुस्तुजू में बहार

अपने माज़ी की जुस्तुजू में बहार
पीले पत्ते तलाश करती है!!

 

तुम्हारे बाद हम सिर्फ शादी करेंगे

तुम्हारे बाद हम सिर्फ शादी करेंगे
प्यार कहा कर पाएंगे।

 

दौलत नहीं शोहरत नहीं,न वाह चाहिए

दौलत नहीं शोहरत नहीं,न वाह चाहिए
“कैसे हो?” बस दो लफ़्जों की परवाह चाहिए!!

 

मुझे पाने के लिए तुम्हे

मुझे पाने के लिए तुम्हे
दुनिया से किनारा करना होगा।!!

 

कल का हर वाक़िआ तुम्हारा था

कल का हर वाक़िआ तुम्हारा था
आज की दास्ताँ हमारी है!!

 

शाम से आँख में नमी सी है

शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है!!

 

और भी पढ़ें

Gulzar Shayari
Heart Touching Gulzar Shayari
A Brief Introduction to Gulzar Sahab Life

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *